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2024 में बीजेपी और संघ परिवार के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए भाकपा करेगी सभी विपक्षियों को एक -

 

2024 में बीजेपी और संघ परिवार के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए भाकपा करेगी सभी विपक्षियों को एक -

*दो दिवसीय राज्य काउंसिल बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये।

लखनऊ- 21 मार्च 2023, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की उत्तर प्रदेश राज्य काउंसिल की दो दिवसीय बैठक यहां राज्य कार्यालय पर संपन्न हुयी। बैठक की अध्यक्षता का. इम्तेयाज़ अहमद ( पूर्व विधायक ),  का. कान्ति मिश्रा एवं का. अमित यादव के अध्यक्ष मंडल ने की।

प्रारंभ में बैठक को भाकपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं प्रभारी डा. गिरीश ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गत शताब्दी के नौवें दशक के अंत में सोवियत संघ के बिखराव के बाद एकध्रुवीय विश्व का निर्माण हो गया था। इसके परिणामस्वरूप अमेरिका की दादागिरी निर्वाध रूप से चल पड़ी। अतएव अमेरिका ने मनमाने तरीके से ईराक लीबिया अफगानिस्तान सीरिया में कहर बरपाया और इन देशों को तबाह कर दिया। साथ ही सैन्य गठबंधन "नाटो" का विस्तार भी करता रहा। अपनी और "नाटो" की ताकत के बल पर उसने रूस के व्यापरिक हितों को नुकसान पहुंचाने को हर तरह से घेराबन्दी की और यूक्रेन आदि रूस के पड़ोसी देशों को नाटो में शामिल करने की साजिश रची। हर तरफ से घिरा देख रूस ने यूक्रेन में सामरिक हस्तक्षेप किया जो आज एक युध्द का रूप ले चुका है। यूक्रेन में धन जन की भारी हानि हुयी है। शान्ति के लिए पहलकदमी करने के बजाय अमेरिका और यूरोप के देश यूक्रेन को तमाम युध्दसामग्री दे रहे हैं। जिससे युध्द लम्बा खिंच रहा है। 

अमेरिका की एकध्रुवीयता को अब रूस  चीन ईरान आदि से चुनौती  मिलने लगी है,जिससे वह बौखलाया हुआ है। उसकी नीति से विश्व में कई जगह तनाव क्षेत्र बन गये हैं और विश्व शान्ति को खतरा पैदा हो गया है। हमें विश्व में शान्ति स्थापित करने के लिए सम्पूर्ण प्रयास करते रहना है ताकि मानव विकास का रास्ता हमवार हो।

डा . गिरीश ने कहा कि भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारें जनता को तवाह कर रही हैं। महंगाई भ्रस्टाचार बेरोजगारी सभी को पंख लगे हैं। अडानी घोटाले पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। लोकतंत्र को कुचलते हुये जनता और विपक्ष की आवाज दबाने को ईडी सीबीआई आदि संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोगों को बांटने और दबाने को सांप्रदायिकता को उभारा जा रहा है। आज  लोगों को, लोकतंत्र को बचाना है तो भाजपा को सत्ता से बेदखल करना होगा। इसके लिये समस्त लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को एकजुट होकर मुकाबला करना होगा। 

विपक्ष के अलग अलग प्लेटफार्म भाजपा को लाभ पहुंचाएंगे। भाकपा वामपंथी एकता को मजबूत करते हुऐ लोकतांत्रिक शक्तियों की कार्यक्रम आधारित एकता बनाने के लिये गंभीर प्रयास करेगी।

देश और उत्तर प्रदेश के हालातों पर राज्य सचिव का. अरविन्द राज स्वरूप ने विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों मजदूरों युवाओं के सवालों से किनारा कर रही है। लोगों को बुलडोजर का भय और आकर्षण दिखा कर, धर्म के नाम पर आस्था का दोहन कर,  आरक्षण को बदल कर लोगों को बरगलाने में जुटी है। भाकपा हर कदम पर उसका पर्दाफाश कर रही है।

उन्होंने केंद्रीय कमेटी द्वारा निर्धारित कार्यक्रमों को उत्तर प्रदेश में लागू करने की रूपरेखा प्रस्तुत की जिसके अनुसार डा. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस 14 अप्रैल से समूचे उत्तर प्रदेश में जिला कमेटियों द्वारा पदयात्राएं की जायेंगी और साथ साथ जनता से पार्टी संचालन के लिए फंड मांगा जायेगा। जनता के ज्वलन्त सवालों को उठाते हुए लोगों को भाजपा  के खिलाफ मतदान करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस अभियान के इस चरण का समापन 15 मई को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन आदि आयोजित कर किया जायेगा।

राज्य काउंसिल ने निकाय चुनावों की तैयारी की समीक्षा की और बड़े पैमाने पर चुनाव लड़ने का निश्चय किया। लोकसभा की सीमित सीटों पर चुनाव लड़ने का इरादा जताते हुए उन पर तैयारियां तेज करने का निश्चय किया गया।

एक प्रस्ताव पारित कर लगातार हो रही बारिश ओलावृष्टि और तूफान से तबाही पर गहरी चिंता व्यक्त की गई और सरकार से फसलहानि की शत प्रतिशत भरपाई की मांग की गई।

एक अन्य प्रस्ताव में राज्य मंत्रिमंडल के उस फैसले की निन्दा की गई जिसमें दलितों आदिवासियो की जमीन  खरीदने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति लिए जाने के प्राविधान को खत्म कर दिया गया है। इस निर्णय को तत्काल रदद् करने की मांग की गयी। साथ ही किसानों आदिवासियों की जमीनें हड़पने के उद्देश्य से धारा 80 को समाप्त करने की निन्दा भी की और इस फैसले को भी रद्द करने की मांग की।

तीसरे प्रस्ताव में बिजली कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को पूरा कराने को की गयी सफल और शांतिपूर्ण हड़ताल के लिए उन्हें बधाई दी। राजसत्ता के विभिन्न अंगों ने जिस क्रूरता से इस हड़ताल को समाप्त कराने की कोशिश की और मजदूर वर्ग पर दमनचक्र चलाया, भाकपा उसकी कड़े शब्दों में निन्दा करती है।

राज्य काउंसिल ने अखिल भारतीय शान्ति एवं एकजुटता संगठन (ऐपसो) की राज्य स्तरीय पहलकदमी समिति द्वारा शान्ति आंदोलन को आगे बढ़ाने और संगठन का विस्तार करने को किये जा रहे प्रयासों के प्रति एकजुटता व्यक्त की तथा सहयोग प्रदान करने का संकल्प लिया। अप्रैल - मई में AIPSO के जिला सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे और राज्य सम्मेलन जून माह में मथुरा में आयोजित किया जायेगा।

अरविन्द राज स्वरूप

राज्य सचिव, भाकपा, उत्तर प्रदेश।

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