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गरीबों को राजनैतिक स्वार्थों के लिए ईंधन बनाने की प्रव्रत्ति उनकी जान ले रही है

 #संदर्भ मध्य प्रदेश-


#गरीबों को राजनैतिक स्वार्थों के लिए ईंधन बनाने की प्रव्रत्ति  उनकी जान ले रही है


" भाजपा की रैली के बाद  हुए हादसे में मृतकों के परिजनों और घायलों को भाजपा ही मुआवजा दे "    भाकपा ने मांग की 


गरीबों को अपने राजनैतिक लक्ष्यों के लिये ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति उनके जीवन को लेने के स्तर तक जा पहुंची है। शायद ये ही वजह है कि आज तक गरीबों को सभी पूंजीवादी दलों जिनमें भाजपा सबसे अग्रणी है, ने उन्हें गरीब बनाये रखने को कोई कसर वाकी नहीं रखी। आज भी वे सत्तासीन नेताओं की शान में आयोजित नेताओं की रैलियां हों या चुनाव रैलियां ये  गरीब ही भीड़ बनाने का काम करते हैं और हादसों में जान गंवाते हैं।

ताजा मामला मध्य प्रदेश का है जहां  सतना में  भाजपा द्वारा आयोजित कोल महा कुम्भ जिसके प्रमुख वक्ता केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह थे आदिवासियों को बसों में भर कर लाया गया। जब ये मानव समूह लौट रहा था तो दुर्घटनाग्रस्त हुयी बस के डेढ़ दर्जन  आदिवासी जीवन से हाथ धो बैठे।

निर्दयता की सारी हदें पार कर भाजपा सरकार ने उनके आश्रितों को चन्द लाख रुपए बतौर जान की भरपाई देने की घोषणा की है। जबकि उच्च वर्ग से जुड़े ऐसे मामलों में यह मुआबजा करोड़ तक पहुंचता है।

यह निंदनीय ही नहीं असहनीय है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इसे गंभीरता से लेती है।  राज्य मुख्यालय भोपाल से जारे बयान इस प्रकार है-

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने विगत दिनों विंध्य क्षेत्र में भाजपा द्वारा आयोजित गृह मंत्री अमित शाह की रैली के बाद हुए सड़क हादसे में मृतकों के परिजनों और घायलों के प्रति गहरी संवेदना और दुख व्यक्त करते हुए भाजपा द्वारा आम जनता के जीवन से खिलवाड़ करने की कड़ी भर्त्सना की है तथा भाजपा से ही पीड़ित परिवारों को अधिकतम मुआवजा देने की मांग की है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के मध्य प्रदेश राज्य सचिव मण्डल ने  जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि " भाजपा द्वारा सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपनी पार्टी के कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने के लिए प्रशासन, पुलिस और सरकारी  संसाधनों का अपव्यय लगातार किया जा रहा है। विगत दिनों भी गृह मंत्री श्री अमित शाह की रैली में भीड़ जुटाने के लिए मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिले से बड़ी संख्या में लोगों को बसों से लाने के लिए सरकारी संसाधनों का का दुरुपयोग किया गया।

यही नहीं भाजपा नेताओं ने रैली के बाद लोगों को  सुरक्षित घर पहुंचाने की जिम्मेदारी का भी निर्वहन नहीं किया। रैली में शामिल लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया गया। सड़क हादसे में मृतकों और घायलों को अधिकतम मुआवजा मिलना चाहिए, और यह जिम्मेदारी भाजपा की है। इसके लिए सरकार के खजाने पर अतिरिक्त बोझ डालना अनुचित और अनैतिक है। 

इस हादसे की जिम्मेदारी भाजपा को लेते हुए भाजपा के ही कोष से मृतकों के परिजनों और घायलों को अधिकतम मुआवजा देना चाहिए।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भविष्य में राजनीतिक कार्यक्रमों में सरकारी संसाधनों का अपव्यय रोकने हेतु कठोर नियम बनाने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।     


           डा. गिरीश।

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