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Showing posts from August, 2024

बलिया के कई गांवों में बाढ़ का पानी घूसा कटान से हजारों हेक्टेयर जमीन नदी में समाहित

  ग्राम चैन छपरा में गंगा कटान का अवलोकन करते एवं कटान प्रभावित लोगों से वार्ता के क्रम में ज्ञात हुआ कि ग्राम हरिहरपुर , चैन छपरा, रेपुरा , राजपुर, एकैना, बजरहा,उदवत छपरा, हासनगर, हल्दी आदि में गंगा का कटन जारी है । जिससे जनमानस में भय  एवं दहशत का वातावरण बना हुआ है इस संबंध में बलिया के लोकप्रिय सांसद माननीय सनातन पांडे जी एवं जिला प्रशासन एवं बाढ विभाग के अधिकारियों से मिलकर खटन को रोकने के लिए कटान रोधी व्यवस्था पर बात की जाएगी अवलोकन करने वाले मुख्य रूप से सपा के विधानसभा अध्यक्ष रामनाथ पटेल, किसान नेता देवानंद पांडे ,गेंदा चौबे ,श्री भगवान यादव , अर्जुन राम एवं अजीत यादव रहे                  शशि कांत चतुर्वेदी  प्रदेश सचिव        अध्यक्ष शहीद मंगल पांडे स्मारक समिति बलिया

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी होटलों को बेचे जाने का प्रबल विरोध करेगी भाकपा

भाजपा सरकारों द्वारा सरकारी संपत्तियों को बेचने के कदम को जनता की कठिनाइयाँ बढ़ाने वाला बताते हुये भारतीय कन्यूनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डा. गिरीश ने निम्नलिखित प्रेस बयान जारी किया है-  *उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी होटलों को बेचे जाने का प्रबल विरोध करेगी भाकपा  *मध्य प्रदेश में रोडवेज को पुनः जीवित करने को 30 अगस्त को वहाँ प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा  *केंद्र सरकार द्वारा जन-उपक्रमों की हिस्सेदारी बेचने की योजना का भी विरोध करेगी भाकपा  लखनऊ- 29 अगस्त 2024, आजादी के बाद अथक प्रयासों से सँजोयी गयी जनता के स्वामित्व वाली संपत्तियों को बेहद कम कीमतों पर पूंजीपतियों को सौंप देने वाले कदम निश्चय ही जनता की कठिनाइयों में इजाफा करते हैं, उसकी जेब पर डाका डालते हैं और आमजन की आकांक्षा मे बसी समाजवाद की भावना के विपरीत हैं। यों तो साढ़े तीन दशक से सभी पूंजीवादी सरकारों द्वारा इन संपत्तियों को बेचने का खुला खेल चल रहा है, पर भाजपा की सरकारें इस काम में सबसे आगे हैं।  कल ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी होटलों को निजी कंपनियों को बेचने का फैसला सामने आया है, केंद्र सरकार द्वारा दर्जन भ

यूनीफाईड पेंशन स्कीम धोखा है-

 यूनीफाईड पेंशन स्कीम धोखा है-  भावी विधानसभा चुनावों में लाभ उठाने के उद्देश्य से मामा मारीच की तरह नकली स्वर्ण मृग गड़ा है सरकार ने।  कर्मचारी मांग रहे थे ओल्ड पेंशन, सरकार ने थमा दी यूपीएस                                                                                        डा. गिरीश  पुरानी पेंशन की समाप्ति के बाद से ही उसकी बहाली को लेकर देश के सरकारी कर्मचारी आंदोलनरत रहे हैं। लेकिन अचानक शनिवार को मोदी सरकार पुरानी पेंशन का एक और नया रूप लेकर सामने आ गयी। लोकसभा चुनावों में भाजपा को लगे तगड़े झटके के बाद से मोदी सरकार और भाजपा अपने पुराने अड़ियल चेहरे को डेंट पेंट करने में जुटी है। हाल में वक्फ बिल को जेपीसी में भेजा जाना और अधिकारियों की सीधी भर्ती के कदम को पीछे खींचना इसके ज्वलन्त उदाहरण हैं। सच तो यह है कि कई राज्यों में होने जारहे विधान सभा चुनावों और उत्तर प्रदेश आदि में होने वाले उपचुनावों को फेस करने में भाजपा को पसीने छूट रहे हैं। यूनीफाईड पेंशन स्कीम की घोषणा भी इसी श्रृंखला का अगला कदम मानी जा रही है। हालांकि इसके बारे में पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही थी। लेकिन जिस रू

बलिया जिला महिला अस्पताल विजईपुर लापरवाही का शिकार और बना दलालों का अड्डा

  बलिया जिला  महिला  अस्पताल विजईपुर  लापरवाही का शिकार  और बना दलालों का अड्डा  बलिया महिला अस्पताल में  हमेशा से लापरवाही की खबरें आती है लेकिन जिला प्रशासन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के उपर कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि इलाज़ करवाने वाली महिलायें गरीब और अनपढ़ होती है ज़िले के दूरदराज के इलाकों से इलाज करवाने आतीं हैं जो कभी किसी अधिकारी से शिकायत नहीं करती अस्पताल छोड़कर अगल बगल के प्राइवेट नरसिगहोम    में दलालों के माध्यम से  चली जाती हैं जो जिला महिला अस्पताल में भी मौजूद रहता है और उसकी सेटिंग महिला अस्पताल के डाक्टरों और  नर्सिग स्टाफ के साथ होता है जो उन्हें डरा कर प्राइवेट नर्सिगहोम में भेज देतीं हैं ख़ासकर यें घटनायें  प्रसूति के लिए आई हुई महिलाओं के साथ ज्यादा होता है  कुछ दिन पहले बलिया के एक मीडिया संस्थान के कर्मचारी सलमान खान के साथ महिला जिला अस्पताल में एक ऐसी ही घटना घटी जहाँ उनके धर्मपत्नी को   सही समय पर ईलाज नहीं करने,  समय-समय पर जांच नहीं करने, दवाओं का इस्तेमाल नहीं करने की वज़ह से मीडिया कर्मचारी को बगल के प्राइवेट नर्सिगहोम में अपने धर्मपत्नी को मजबूरी में ले

थान सिकन्दरपुर बलिया पुलिस द्वारा नवीन अपहरण/हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार

*दिनांक 13.08.2024* *थाना सिकन्दरपुर बलिया पुलिस द्वारा नवीन अपहरण/हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार ।* श्रीमान् पुलिस अधीक्षक बलिया श्री विक्रान्त वीर के कुशल निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) श्री अनिल कुमार झा के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी सिकंदरपुर श्री आशीष मिश्र के कुशल नेतृत्व में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में दिनांक 12.08.2024 को थानाध्यक्ष सिकंदरपुर श्री दिनेश पाठक मय पुलिस टीम के द्वारा दिनांक 30.06.2024 को नवीन कुमार निवासी ग्राम भाटी थाना सिकन्दरपुर के अपहरण कर हत्या करने वाले मुख्य अभियुक्त बृजेश राय को कूड़ा मोड़ के पास से अवैध असलहा व कारतूस एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला कत्ल और रक्तरंजित कपड़े बरामद किया  गया । *घटनाक्रम-*                 दिनांक 09.07.2024 को थाना सिकन्दरपुर पर नवीन कुमार पुत्र श्री राम रतन ग्राम भाटी पोस्ट बनहरा थाना सिकन्दरपुर जनपद बलिया की गुमशुदगी दर्ज की गयी थी । जिसके सम्बन्ध में दिनांक 27.07.2024 को मु0अ0सं

बांगलादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा रोकने को कूटनीतिक प्रयास करे केन्द्र सरकार

  बांगलादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा रोकने को कूटनीतिक प्रयास करे केन्द्र सरकार  वहाँ की हिंसा का बहाना लेकर  भारत की शांति भंग करने से बाज आए सरकार और भाजपा  नई दिल्ली/ लखनऊ अगस्त 11, 2024  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डा॰ गिरीश ने बांगलादेश के अल्पसंख्यकों पर हिंसा के बहाने भारत के अल्पसंख्यकों के प्रति हिंसा भड़काने के प्रयासों पर निम्नलिखित  बयान जारी किया है-  महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और आरक्षण जैसे सवालों से आम जनता खासकर छात्र- युवाओं में व्याप्त आक्रोश को हथियार बना कर निहितस्वार्थी आंतरिक और बाह्य शक्तियों ने बांग्लादेश की लोकतान्त्रिक सरकार को न केवल अपदस्थ कर दिया अपितु वहाँ की पूर्व प्रधानमंत्री को देश छोड़ने को मजबूर कर दिया। सड़कों पर हिंसा, अराजकता और दबाव की राजनीति का दौर अभी भी जारी है।  इस व्यापक उथल पुथल के बीच वहाँ अल्पसंख्यकों पर जान माल के हमले और उनके धर्मस्थलों को हानि पहुंचाने की दुखद खबरें आती रहीं हैं। हम उसको कतई उचित नहीं ठहरा सकते और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने उसकी निंदा की है। साथ ही वहाँ से आ रही वे खबरें सुकून देने वाली हैं कि वहाँ के

नागकूप में दर्शन मात्र से मिलती है कालसर्प-दोष से मुक्ति:*

 *नागकूप में दर्शन मात्र से मिलती है कालसर्प-दोष से मुक्ति:*  स्कन्द पुराण में है कार्कोटक वापी का जिक्र, नागों के राजा इसी कुंड से गए थे पाताल ~~~~~~~~~~~ राजा परीक्षित को नाग ने डस लिया था। इस पर क्रोधित उनके बेटे जन्मेजय ने एक बड़ा हवन कर सभी सर्पों को खत्म करने की प्रतिज्ञा ली। वो हवन में जिस सर्प का नाम लेकर स्वाहा कहते वह स्वयं आकर हवन कुंड में जल जाता। यह देख रहे नागराज कार्कोटक इंद्र भगवान के पास पहुंचे और कहा कि मेरा नाम बुलाने पर मै भी इस हवन कुंड में स्वाहा हो जाऊंगा।' इस पर भगवान इंद्र ने उनसे शिव की तपस्या करने को कहा जिस पर उन्होंने कठोर तपस्या की जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें अपने अंदर समाहित कर लिया। कहा जाता है कि इसके बाद कार्कोटक इसी कुंड के रास्ते पाताल लोक चले गए।' ये कहकर नागकूप के पुजारी शास्त्री चंदन पांडेय ने नागेश्वर महादेव को नमन किया और बताया कि इस नागकूप में 80 फिट नीचे नागेश्वर महादेव का शिवलिंग है जिसकी स्थापना अपने तेज से महर्षि पतंजलि ने की थी। वहीं आचार्य कुंदन पांडेय ने बताया कि इसका वर्णन स्कन्द पुराण में है। *स्कन्द पुराण में दर्ज है

गुरु देव रविन्द्रनाथ टैगोर जी को आधुनिक भारत में पुरा देश क्या याद करता है .....?

 गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि  भारत की साहित्यिक और सांस्कृतिक चेतना के वैश्विक संवाहक थे टैगोर--    कवि, दार्शनिक, शिक्षाविद चित्रकार , संस्कृतकर्मी एवं विश्व विख्यात साहित्यकार गुरूवर रविन्द्रनाथ टैगोर उत्कट देशभक्त के साथ उत्कट मानवतावादी थे। उत्कट मानवतावादी, प्रकृति अनुरागी , उच्च कोटि के पर्यावरणविद तथा विश्व बंधुत्व और विश्व शांति के लिए प्रबल पक्ष पोषक टैगोर ने विश्व नागरिकता की उत्कंठ हृदय से वकालत किया। विश्व नागरिकता की खुलकर वकालत करने वाले टैगोर भारत की साहित्यिक,सांस्कृतिक ,दार्शनिक और आध्यात्मिक चेतना तथा आत्मा के सर्वश्रेष्ठ अधिवक्ता, व्याख्याता और वैश्विक संवाहक थे । बीसवीं शताब्दी में  टैगोर ने भारतीय प्रज्ञा, कुशाग्रता, प्रतिभा और मेधाशक्ति का साहस और  कुशलता के साथ प्रतिनिधित्व किया। अपनी साहित्यिक प्रतिभा से महाकवि कालिदास, माघ, जयदेव, सूरदास, सैयद इब्राहीम रसखान, और तुलसीदास की महान साहित्यिक विरासत को टैगोर ने आगे बढाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। उनकी वाणी में योगीराज भगवान श्रीकृष्ण की बांसुरी की स्वरलहरियों जैसी आकर्षण शक्ति और ल