समाजवादी पार्टी के नेता सन्तोष प्रताप सिंह बाग़ी बलिया ने दिया श्रद्धांजलि कहा बाबू बीर कुवर सिंह जी के बलिदान से ही देश भर में आजादी की अलख जगी थी, बाबू बीर कुवर सिंह जी हमारे पूर्वज है बाबू वीर कुंवर सिंह की पुण्यतिथि पर: -------------------------------------- भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नायकों में जिस व्यक्ति का नाम सर्वाधिक श्रद्धा और सम्मान के साथ लिया जाता है, वह बाबू वीर कुंवर सिंह का है। आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले इतिहास के शूरवीरों के बीच अक्सरहां उनकी तुलना चितौड़गढ़, राजस्थान के राणा, प्रताप सिंह, से की जाती है। दोनों ने आजादी को अपने प्राणों से बढ़कर माना। एक ने किसी भी सत्ता के सामने झुकने के बजाय घास की रोटी खाकर जीवन गुजारना बेहतर समझा तो दूसरे ने अपनी अस्सी साल की उम्र की बिना परवाह किये स्वतंत्रता संग्राम के महासमर में अपने आप को झोंक दिया और बहादुरी, बलिदान, नेतृत्व एवं रणकौशल की नयी मिसालें कायम किया। यह याद रखना जरूरी है कि कुंवर सिंह की नेतृत्वकारी ताकत का राज व्यक्तिगत जीवन में उनकी सदाशयता, दरियादिली, नेकनीयती और सभी जातियों और